जहाँ तक मुझे समझ आ रहा है कोविड - 19 वाइरस इतना आसान भी नहीं है, जितना इसे देश में सरकार के साथ-साथ लोग समझ रहे हैं और समझाने में लगे हैं. कोरोना संक्रमण अभी अपने शुरूआती दौड़ में ही है और इसे सामान्य समझ कर बिना जरूरत के खतरे लेने के कारण गंभीर परिणाम आ सकते हैं. बुरा दौर तब शुरू होगा, जब स्थिति को सामान्य करने और समझने के कारण लोग विस्फोटक रूप से संक्रमित होंगे. लोगों को इसके खतरे को समझना चाहिए. हमें आगे भी सावधान रहने की जरूरत है.
कोई कुछ नहीं जनता
एक बात याद रखिये, इस विचित्र कोविड-19 के बारे में WHO, दुनिया भर के देशों की सरकार और हमारे वैज्ञानिक, डॉक्टर हमें और आपको विश्वास दिला रही है कि वो सबकुछ जानते हैं.
पर सच तो ये हैं कि कोई कुछ नहीं जनता और सब अँधेरे में तीर चला रहे हैं. हालात जब बेकाबू हो रहे हैं तो सरकार, वैज्ञानिक और डॉक्टर हर्ड इम्यूनिटी की बात कर रहे हैं.माना जा रहा है की जब अधिकतर लोग इन्फेक्टेड हो जायेंगे तो धीरे-धीरे हमारा शरीर इनके खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता बना लेगा, इसे ही हर्ड इम्यूनिटी कहा जा रहा है. कुछ मित्रों को मेरी बात अगर याद होगी, मैंने ये बात काफी पहले ही कहा था कि लॉक डाउन हटने के बाद, जीवन सामान्य होने पर हममें से 60% – 70% लोग संक्रमित होंगे. पर क्या ये सब बिना खतरे के हो जाएगा? क्या हर्ड इम्यूनिटी हासिल करने में किसी की जान नहीं जाएगी?
हर्ड इम्यूनिटी कोई भ्रम तो नहीं
इस प्रश्न के जवाब में मैं बस इतना कहना चाहूँगा, अभी तक के ट्रेंड को देखिये. एक ही परिवार के एक सदस्य की मौत हो जाती है, जबकि दुसरे को यह पता भी नहीं चलता कि वो भी संक्रमित है. इस हिसाब से भी हर्ड इम्यूनिटी बनने के क्रम में कोविड- 19 भीषण ताण्डव मचा सकता है. अगर हर्ड इम्यूनिटी जैसी कोई चीज होती तो फिर वुहान में चीन इतना परेशान क्यों है? क्यों वुहान में लाखों लोगों का टेस्ट किया जा रहा है? चीन के वुहान को तो सबसे पहले हर्ड इम्यूनिटी हासिल कर लेना चाहिए और उसे बिल्कुल निश्चिंत हो जाना चाहिए था. कोरोना की वापसी की खबर के बीच क्यों वहाँ लाखों लोगों के टेस्ट किए जा रहे हैं. आप भी सोचिये आखिर क्यों ?
कामकाज को पटरी पर लाना ही होगा
आज न कल लॉक डाउन को हटना ही था और हटेंगे भी. सरकार धीरे-धीरे नहीं सुपरसोनिक स्पीड में सबकुछ सामान्य करने की कोशिश करेगी. आखिर देश को बंद भी कितने दिन रखा जा सकता है. पर स्थिति को सामान्य समझने की भूल भारी पड़ सकती है. इसलिए तमाम सुरक्षा उपायों और सावधानियों के साथ कामकाज पर लौटिये. मुंह पर मास्क के साथ हैंड सैनिटाइजर तो सदा आपके पॉकेट में होना ही चाहिए. साथ ही एक बैग या थैला भी अब आपके पास हमेशा होना चाहिए. जिसमें साबुन, हैंड टॉवल, नैपकिन के साथ आपकी पानी की बोतल भी हो.भूलकर भी गलती ना करें
कामकाज के अतिरिक्त घरों से तभी निकले जब अति आवश्यक हो. जरुरत के सामान महीने के हिसाब से और फल-सब्जियां हफ्ते में एक बार लाने का नियम बना लें, यही आपके साथ आपके संपर्क में आने वाले हर किसी के लिए भला होगा. जिसमें आपका परिवार सबसे पहले आता है. किसी की इस्तेमाल की गई किसी चीज को इस्तेमाल ना करें और ना ही समाजसेवक बने और अपनी चीजें दूसरों को इस्तेमाल के लिए दें. साथ ही बाहर मौज-मस्ती पर जाने, माल, सिनेमा, थिएटर, भीड़भाड़ वाले जगहों जाने पर लगाम लगाए. कोविड- 19 को हमारे देश में अभी संभाला नहीं जा सका है. यह अपना रूप-रंग हर देश में बदल रहा है. हवाई और रेल सेवा बहाल होने के बाद, यह किस रूप में वापसी करेगा ये अभी सोचा भी नहीं जा सकता. किसी वैक्सीन के जल्द आने की उम्मीद भी ना पालें.
बहुत कठिन है डगर हर्ड इम्यूनिटी की, जिसमें बचाव ही एक मात्र उपाय है. सुरक्षित रहिये और जोश में होश ना गवाएं.
बहुत बढ़िया जानकारी भरी पोस्ट है और मैं आपकी बात से सहमत भी हूँ। जितना आसान समझ रही है सरकार या आम जनता, ये किसी बड़ी अनहोनी को अंजाम जरूर देगी। बाकी यही कहूँगा कि सतर्क रहें और सुरक्षित रहें...
ReplyDeleteअब इस पोस्ट का मतलब लोगों को समझ में आया होगा शायद.
Deleteयही अंदेशा मुझे हो रहा था भाई जी. तभी इसे एक पोस्ट का रूप दिया.
ReplyDeleteदेख रहा हूँ कई बड़े घुम्मकड़ जो मठाधीश हैं, लोगों को घुमने के लिए उकसा रहे हैं. लोग हाँ, में हाँ मिला रहा हैं. ये ले डूबेंगे कईयों को.
जी अंशुमान जीजा जी मैं कोविड-19 की तरह सचेत हूं और मुझे पता है यह एक छोटा-मोटा बीमारी नहीं है कि एक 2 महीने में चला जाएगा और अभी इसका वैक्सीन बनने में टाइम है सोच जो भी हमें सावधानी बरतनी होगी वह खुद से ही बरतनी होगी नहीं तो इसके चपेट में आने से बहुत बड़ा अंजाम भुगतना होगा। मैं सप्ताह में बस एक बार मंडे को निकलता हूं और अपना जरूरी का जो भी सामान है वह लेकर खुद को सेल्फ क्वॉरेंटाइन कर ले रहा हूं। और और कोविड-19 भी जानकारी है वह मैं अपने एक स्टडी चैनल से अपडेट लेते जा रहा हूं, चलिए अच्छा लगा आपने इसके ऊपर कुछ लिखा
ReplyDeleteधन्यवाद जीजा
सुमित
आप सचेत रहे और सकुसल अपने घर को पहुँच गए अच्छा लगा.
Deleteआप घर पर ही रखकर अब आगे की तैयारी कीजिये. दिल्ली के सपने से अपना पीछा छुड़ाईये. खुद तैयारी के लिए तो कोई जंगल भी बेहतरीन है, फिर आप को कोलकाता जैसे महानगर में विराजमान है. वही अपनी तैयारी को आगे बढाइये.